भारत सरकार की नकली सिम कार्ड (Fake Sim Cards) के खिलाफ एक बहुत बड़ी कार्रवाई की है. सरकार ने 80 लाख से ज़्यादा नकली सिम कार्ड बंद कर दिए हैं. इन सिम कार्ड्स को बनाने के लिए नकली डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल किया गया था.
टेलीकॉम विभाग ने AI की मदद से इन नकली सिम कार्ड्स (Fake Sim Cards) को पहचान कर बंद कर दिया है. इससे साइबर अपराध को रोकने में मदद मिलेगी.
7.78 लाख मोबाइल नंबर भी किए बंद
नकली सिम कार्ड (Fake Sim Cards) के अलावा, सरकार ने 7 .78 लाख मोबाइल नंबर भी बंद कर दिए हैं, जो साइबर अपराध में इस्तेमाल किए जा रहे थे. यह कदम सरकार की डिजिटल सुरक्षा को बढ़ाने और धोखा -धड़ी रोकने की कोशिश का एक बड़ा हिस्सा है.
AI टूल्स की ली गई मदद
टेलीकॉम विभाग ने AI की मदद से नकली दस्तावेज़ों पर जारी किए गए 78.33 लाख मोबाइल नंबरों की पहचान की और उन्हें बंद कर दिया. विभाग ने इस बारे में X पर जानकारी दी.
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने साइबर अपराध रोकने के लिए कुछ नए नियम बनाए हैं-
मैसेज ट्रैसबिलिटी नियम: 11 दिसंबर, 2024 से, टेलीकॉम कंपनियां फर्जी मैसेज भेजने वाले लोगों का अब आसानी से पता लगा सकती हैं.
फर्जी कॉल और मैसेज ब्लॉक करना: 1 अक्टूबर, 2024 से, टेलीकॉम कंपनियां नेटवर्क स्तर पर फर्जी कॉल और मैसेज रोक सकती हैं.