स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे शहीद बिरसा बटेश्वर मेहता शोषण और यातना के खिलाफ फूका था बगावत का बिगुल भगवान बिरसा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे उन्होंने देश हित, राष्ट्र हित और जनहित की रक्षा के लिए अपना जीवन निछावर कर दिया था इस महानायक के संघर्ष का गाथा भावी पीढ़ी के लिए धरोहर साबित होगा झारखंड के सभ्यता, संस्कृति और पहचान को अमिट बनाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लेकर स्वर्णिम इतिहास गढ़ा अंधविश्वास और सामाजिक कृतियों को दूर करने का आवाहन किया बिरसा जी के जीवन का हर पल जनता की सेवा के लिए समर्पित रहा उलगुलान के प्रणेता की बलिदान गाथा इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर अमिट हो गया है भारतीय इतिहास में धरती आबा बिरसा मुंडा एक क्रांतिवीर थे जिन्होंने अपने क्रांतिकारी चिंतन अदम्य उत्साह से आजादी का अलख जगाया भगवान बिरसा की मौत पर कई सवाल अभी भी अनुत्रित है शहीद का सपना तो पूरा हुआ देश आजाद हुआ नए झारखंड राज्य की स्थापना के 25 वर्ष पूरे हुए लेकिन उनकी विचारधारा राजनीति दलों के चक्रव्यूह में फंसकर रह गया 25 वर्षों में कई मुख्यमंत्री बने लेकिन शहीद के आदर्श और सिद्धांत भुला दिए गये
“धरती आबा बिरसा मुंडा: स्वतंत्रता संग्राम का अमिट प्रतीक”
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