आंध्र प्रदेश बस हादसा: कुरनूल में दर्दनाक दुर्घटना, आग की लपटों में 20 यात्रियों की मौत, राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री ने जताया शोक
आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में शुक्रवार तड़के एक भयावह सड़क हादसे में 20 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई। हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही कावेरी ट्रैवल्स की एक निजी बस में अचानक आग लग गई, जिससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। यह हादसा कुरनूल के उपनगर चिन्ना टेकुर गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर हुआ। देखते ही देखते बस आग की लपटों में घिर गई और पूरी तरह जलकर खाक हो गई।
जानकारी के अनुसार, बस में कुल 39 लोग सवार थे। इनमें से 20 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हुए हैं। लगभग 19 यात्री, दो बच्चे और दो ड्राइवर इस भयानक हादसे में किसी तरह बचने में कामयाब रहे। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, दमकल विभाग और बचाव दल मौके पर पहुंच गए और आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।
कुरनूल रेंज के डीआईजी कोया प्रवीण ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट और टक्कर से लगी आग बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार, हादसे के वक्त बस ने पीछे से एक बाइक को टक्कर मार दी, जो बस के नीचे फंस गई। बाइक के ईंधन टैंक में विस्फोट हुआ, जिससे बस में आग फैल गई। आग लगने के बाद दरवाजा जाम हो गया, और यात्री बाहर नहीं निकल सके। कुछ ही मिनटों में बस धधक उठी, जिससे कई लोग जिंदा जल गए। पुलिस ने अब तक 11 शवों की पहचान कर ली है, जबकि बाकी की पहचान प्रक्रिया जारी है।
हादसे में मरने वालों में बाइक सवार भी शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि बचे हुए अधिकतर यात्री 25 से 35 वर्ष की आयु के बीच हैं। घायलों को कुरनूल जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
दुर्घटना की खबर फैलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बस में आग लगने की दुखद घटना में हुई जान-माल की हानि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
वहीं, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी हादसे पर शोक जताते हुए कहा, “कुरनूल जिले के चिन्ना टेकुर गांव के पास हुई भीषण बस आग दुर्घटना के बारे में जानकर मुझे गहरा सदमा पहुंचा है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वे घायलों को हरसंभव सहायता प्रदान करें।”
मुख्यमंत्री के पुत्र और राज्य के मंत्री नारा लोकेश ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह हादसा हृदयविदारक है और राज्य सरकार घायलों के इलाज तथा राहत कार्य में पूरा सहयोग देगी।
इस भीषण अग्निकांड ने सुरक्षा मानकों और निजी बस संचालकों की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने बस कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, बस में पर्याप्त अग्निशमन उपकरण नहीं थे और इमरजेंसी एक्जिट भी कार्यरत नहीं था।
कुरनूल का यह हादसा न केवल आंध्र प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए झकझोर देने वाला है, जिसने यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से चिंतन करने को मजबूर कर दिया है।

